*जल संस्थान ने धरती आभा जनजाति ग्राम उत्कर्ष योजना से सीमांत गांव माणा को किया शत प्रतिशत आच्छादित*

 

*विभाग ने माणा गांव के 241 परिवारों का जल संयोजन किया पूर्ण*

 

 

चमोली जिले के सीमांत गांव माणा को जल संस्थान की ओर केंद्र पोषित धरती आभा जनजाति ग्राम उत्कर्ष अभियान से शत प्रतिशत आच्छादित कर दिया गया है। जिसके तहत यहां गांव के सभी परिवारों के घरों में जल संयोजन का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। जिससे अब ग्रामीणों को घर पर ही स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है।

 

जल संस्थान के सहायक अभियंता अरुण गुप्ता ने बताया कि माणा गांव चमोली जनपद का जनजाति बाहुल्य सीमांत गांव है। जिसके चलते सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण इस गांव में केंद्र व राज्य सरकार की ओर से विभिन्न योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। इसी के तहत केंद्र सरकार की ओर से गांव के विकास के लिए धरती आभा जनजाति ग्राम उत्कर्ष अभियान का संचालन किया जा रहा है। अभियान के तहत जल संस्थान की ओर से गांव के सभी 178 परिवारों के घरों पर जल संयोजन पूर्व में कर लिया गया था। जबकि जल जीवन मिशन के माध्यम से गांव के 63 छूटे परिवारों के जल संयोजन का कार्य भी पूर्ण कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि अभियान के तहत सीमांत गांव माणा में 15 से 30 जून तक विशेष मुहिम चलाकर ग्रामीणों से संवाद स्थापित करने के साथ ही विभागीय योजनाओं की जानकारी भी दी जाएगी।