द हंस फाउंडेशन और मसूरी वन प्रभाग के बीच संयुक्त समझौता: वनअग्नि रोकथाम के लिए

 

 

मसूरी, उत्तराखंड: वनअग्नि जैसी भीषण आपदा की तैयारी में एक नई कदम की ओर बढ़ते हुए, द हंस फाउंडेशन और मसूरी वन प्रभाग ने संयुक्त रूप से एक महत्वपूर्ण समझौता किया है। इस समझौते के तहत, दोनों संगठनों ने वनअग्नि से निपटने के लिए सहयोग करने का निर्णय लिया है।

 

वनअग्नि रोकथाम परियोजना की शुरुआत

 

द हंस फाउंडेशन ने 2022 में वनअग्नि रोकथाम परियोजना की शुरुआत की थी। इस परियोजना में, ग्राम स्थर पर चयनित स्वयं सेवक दल को 4 जिलों में वनअग्नि के खिलाफ संघर्ष के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है।

 

सहयोग का महत्व

 

द हंस फाउंडेशन के प्रतिनिधियों ने बताया कि उन्हें मसूरी वन प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारियों का मजबूत सहयोग मिला है। उन्होंने कहा कि इस सहयोग से एक शक्तिशाली समुदाय का निर्माण होगा जो वनअग्नि से निपटने में मदद करेगा।

 

समझौते का अहम उद्देश्य

 

इस सहयोग के चलते आज द हंस फाउंडेशन और मसूरी वन प्रभाग के बीच समझौता हुआ है। इस समझौते के अंतर्गत, वनअग्नि स्वयं सेवक दलों को वनअग्नि कंट्रोल रूम से जोड़ने के लिए मोबाइल एप का उद्घाटन किया गया।इस मोबाइल एप के माध्यम से वन सर्वेक्षण संस्थान के द्वारा वन अग्नि की सूचना तत्काल सीधे स्वम सेवको तक पहुंचाई जाएगी , जिससे जहां एक ओर वन विभाग के कर्मचारियों एवं स्वं सेवको के मध्य सामंजस्य बड़ेगा वहीं दूसरी ओर वन अग्नि की घटना होने पर तत्काल नियंत्रण कार्यवाही की जा सकेगी। इस मौके पर मसूरी वन प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी श्री वैभव कुमार, द हंस फाउंडेशन से सीमा सिंह जी, मनोज जोशी, दिव्या ज्योति आदि मौजूद रहे।