जखोल गांव को मिला एवेंचर विलेज का पुरस्कार,समाजसेवी गंगा सिंह रावत व मीना रावत ने उपराष्ट्रपति के हाथों किया ग्रहण पुरस्कार

 

भारत सरकार द्वारा 27 सितम्बर को नई दिल्ली में जखोल गांव को एडवेंचर विलेज पुरस्कार से सम्मानित किया गया है । नई दिल्ली में आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह में उपराष्ट्रपति जगदीश धनखड़ ने जखोल गांव के साथ जमू कश्मीर के अरु गांव, कर्नाटक के कुठनुर गांव व छत्तीसगढ़ के ढूंडमर्स गांव को भी एडवेंचर विलेज पुरस्कार से नवाजा ।

जखोल गांव की ओर से देवक़्यारा बुग्याल पर्यटन विकास समिति जखोल के अध्यक्ष गंगा सिंह रावत, ग्राम प्रधान विनोद कुमार व महिला ग्राम संगठन जखोल की अध्यक्ष मीना रावत ने उपराष्ट्रपति जगदीश धनखड़ से साहसिक पर्यटन विलेज पुरस्कार ग्रहण किया ।

इस अवसर पर गंगा सिंह रावत व मीना रावत ने उपराष्ट्रपति जगदीश धनखड़, केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव, केंद्रीय मंत्री के राममोहन नायडू, केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र शेखावत व केंद्रीय मंत्री सुरेश गोपी को जखोल गांव की समस्त जनता की ओर से स्मृति चिन्ह भेंट किया गया ।

गौरतलब है कि पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार द्वारा हर वर्ष राष्ट्रीय स्तर पर सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम प्रतियोगिता आयोजित की जाती है।

संस्कृति और प्राकृतिक संपदा के संरक्षण, समुदाय आधारित मूल्यों व जीवन शैली को बढ़ावा देने एवं आर्थिक, सामाजिक और पर्यावरणीय स्थिरता के प्रति प्रतिबद्धता को इसमें परखा जाता है। इन्हीं विषयों पर प्रविष्टियां आमंत्रित की जाती हैं। इस वर्ष प्रविष्टियों के आधार उत्तराखंड के चार गांवों का इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है ।

उपरोक्त कसौटियों पर खरे उतरे उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के जखोल गांव को साहसिक पर्यटन, हर्षिल गांव को वाइब्रेंट विलेज, पिथौरागढ़ जिले के सीमान्त गुंजी गांव को वाइब्रेंट विलेज और नैनीताल जिले के सूपी गांव को कृषि पर्यटन के लिए सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।

वही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड के चार गांवों को देश के सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम पुरस्कार से नवाजे जाने पर खुशी जाहिर की और इन ग्राम पंचायतो को बधाई व शुभकामनायें दी।