ब्लाक स्तरीय कला उत्सव में स्कूली बच्चों ने किया उत्कृष्ट कला का प्रदर्शन

साहित्य संगीत कला विहीन साक्षत पशु पुच्छ विसाण हीन,
कहा जाता है कि साहित्य,संगीत व कला के बिना बिना मनुष्य पूंछ के जानवर सदृष्य होता है। वर्तमान समय में चल रही शिक्षा पाठ्य क्रम में सामिल स्कील डब्लपमैंट के अर्न्तगत स्कूलों बच्चों की कला को निखारने के लिए देशभर के सरकारी स्कूलों में कला उत्सव प्रतियोगतिा का आयोजन राज्य व केन्द्र सरकार द्वारा किया जा रहा है।


इसी क्रम में चमोली जनपद पोखरी व्लाक के 24 विद्यालयों का अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कॉलेज नागनाथ पोखरी में विकासखण्ड स्तरीय कला उत्सव का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि नगर पंचायत अध्यक्ष लक्ष्मी प्रसाद पंत विशिष्ठ अतिथि पूर्व अध्यापक मंगल सिंह नेगी व पत्रकार एवं समाजसेवी भानु प्रकाश नेगी, प्रधानाचार्य राजकीय इंटर कॉलेज नागनाथ पोखरी ज्ञानी लाल शैलानी ने किया। कार्यक्रम का सफल संचालन अध्यापक नरेन्द्र सिंह बिष्ट के द्वारा किया गया।

कला उत्सव प्रतियोगिता कार्यक्रम में कला की दस विधाओ ंको सामिल किया गया था। जिसमें संगीत गायन,वादन,नृत्य,परम्परिक लोक संगीत गायन,लोक नृत्य,स्थानीय खेल खिलौने नाटक आदि को सामिल किया गया था। कला उत्सव प्रतियोगिता में पोखरी व्लॉक से पधारे 10 विद्यालयों के छात्र छात्रओं ने विभिन्न विधाओं में अपनी कला का शानदार प्रदर्शन कर आर्शचय चकित कर दिया। जिसमे बच्चों के द्वारा शानदार चित्रकला व मिट्टी से सुन्दर कलाकृतियों का प्रदर्शन किया गया। इस दौरान बाल कलाकर अपनी कला का प्रर्दशन करने के बाद काफी खुश नजर आये।


कार्यक्रम में स्कूली बाल कलाकारों का हौसला बुलंद करने आई शिक्षिका व प्रसिद्ध लोक गायिका पम्मी नवल ने कला उत्सव कार्यक्रम की जमकर सराहना करते हुऐ कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों से बच्चों को जीवन में आगे बढ़ने व प्रतिभा को दिखाने का मौका मिलता है।
कला उत्सव के दौरान स्कूली बच्चों की प्रतिभा को देखते हुऐ मेजवान विद्यालय के प्रधानाचार्य ज्ञानी लाल शैलानी काफी खुश नजर आये। इस मौके पर उन्होंने कहा कि इस कला मंच पर बच्चे अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते है। निश्चित तौर पर यह बच्चों के लिए आगे रोजगार का साधन बनता है।
वहीं कार्यक्रम के मुख्य अतिथि लक्ष्मी प्रसाद पंत ने कार्यक्रम की तारीफ करते हऐ कहा कि साहित्य, संगीत,कला की राष्ट्र निमार्ण में महत्वपूर्ण भूमिका होती है।


कला उत्सव कार्यक्रम के विशिष्ठ अतिथि पूर्व अध्यापक व कला के कायल मंगल सिंह नेगी ने आयोजकों को इस प्रकार के कार्यक्रम करने पर बधाई दी साथ ही उन्होंने कहा कि कला चाहे कोई भी हो उसमें स्वरोजगार की बहुत संभावनायें होती है। वर्तमान शिक्षा पद्वति में निरंकुसता बढ़ती जा रही है,जो खेद का विषय है।
वही प्रवक्ता हिन्दी महेश किमोठी ने कला उत्सव कार्यक्रम पर केन्द्र व राज्य सरकार की पहल का स्वागत किया।
कार्यक्रम संयोजक सहायक अध्यापिका लता कोहली ने कहा कि बच्चों को मंच मिलने पर अपने हुनर दिखाने का मौका मिल जाता है। जो भविष्य में उनके लिए बहुत फलीभूत होता है।
सरकारी स्कूलों में कला उत्सव प्रतियोगिता का कार्यक्रम निश्चित ही केन्द्र व राज्य सरकारों की सराहनीय पहल है। इस कार्यक्रम से न सिर्फ स्कूली बच्चों की कला व उनके अन्दर छिपी प्रतिभा बाहर आती है बल्कि मंच पर जाने के बाद उनके आत्मविश्वास में भी बड़ोत्तरी होती है। अगर इन प्रतिभाओं को लगातार मंच मिलता रहे तो यह कला भविष्य में रोजगार का बडा जरिया भी बन सकती है।
भानु प्रकाश नेगी,हिमवंत प्रदेश न्यूज नागनाथ पोखरी चमोली