उत्तराखंड सचिवालय में संस्कृत संभाषण शिविर का आयोजन – संस्कृत शिक्षण को मिलेगा नया आयाम
उत्तराखंड सचिवालय
देहरादून, 29 मई 2025: उत्तराखण्ड शासन के संस्कृत शिक्षा विभाग एवं उत्तराखण्ड-संस्कृत-अकादमी, हरिद्वार के संयुक्त तत्त्वावधान में उत्तराखण्ड सचिवालय , देहरादून में संस्कृत संभाषण शिविरम् का शुभारंभ मा मुख्यमन्त्री पुष्कर सिंह धामी के करकमलों से हुआ।
शुभारंभ के अवसर पर उत्तराखण्ड सरकार के कैबिनेटमंत्री डा धनसिंह रावत, सतपाल महाराज, गणेश दत्त जोशी, सुबोध उनियाल, मुख्यसचिव आनन्द वर्धन, सचिव विनय शंकर पाण्डेय आदि ने भी संस्कृत भाषा का अभ्यास किया।
संस्कृत सम्भाषण शिविर की कक्षा का आरम्भ आज 29 मई 2025 से 12 जून 2025 तक आयोजित किया जाएगा। शिविर का समय प्रतिदिन प्रातः 1:30 से अपराह्न 2:30 बजे तक निर्धारित है।
संस्कृत शिक्षा के सचिव दीपक गैरोला ने शिविर का उद्घाटन करते हुए कहा कि संस्कृत भाषा भारतीय भाषा, संस्कृति, सभ्यता, संस्कार और ज्ञान विज्ञान का आधार हैं । जन भाषा बनाने के क्रम में यह महत्वपूर्ण पहल हैं । इसी प्रकार के शिविरों के माध्यम से समाज के विभिन्न क्षेत्रों के लोगों भी संस्कृत को समझाया व सिखाया जा सकता है।
उत्तराखंड संस्कृत अकादमी के सचिव डा वाजश्रवा आर्य ने कहा कि संस्कृत अकादमी द्वारा संस्कृत के प्रचार प्रसार हेतु विभिन्न कार्य किए जा रहे हैं । यह कार्य संस्कृत को जनभाषा बनाने हेतु सशक्त पहल होगी।
शासन के कई विभागों के अधिकारी व कर्मचारी गण शिविर में उत्साह के साथ प्रतिभाग कर रहे हैं ।
शिविर में संचालन व प्रतिभागियों को प्रशिक्षण अकादमी के शोध अधिकारी डॉ हरीश चन्द्र गुरुरानी ने दिया।
शिबिर प्रशिक्षक डॉ महेश चंद्र मासीवाल एवं धीरज मैठाणी ने सहयोग किया। कार्यक्रम में शासन के संस्कृत शिक्षा की अनुसचिव गीता शरद , अनुभाग अधिकारी तरुण धंजीवाल, सहायक निदेशक डा चण्डीप्रसाद घिल्डियाल, नोडल अधिकारी सच्चिदानंद बौडाई सहित सचिवालय के विभिन्न विभाग के अधिकारी कर्मचारीगण एवं संस्कृतप्रेमी उपस्थित रहे ।