रावल देवता का सिमखोली गांव में हुआ भव्य स्वागत

पोखरीःआराध्य देव रावल देवता की दिवारा का सिमखोली पंहुचने पर ग्रामीणों ने भव्य स्वागत व सत्कार किया। रावल देवता की दिवारा यात्रा लगभग 235 पड़ावों के बाद सिमखोली गांव में रात्रि निवास किया।24 फरवरी को ग्राम पंचायत तमुण्डी में रात्रि विश्राम के बाद सिमखोली गांव पंहुची दिवारा यात्रा ने मौजांच कर अपने भक्तों को आर्शीवाद दिया। शांयकालीन पूजा अर्चना के बाद दिवारा यात्रा समिति के अध्यक्ष व लाटू देवता के पश्वा वृजमोहन सिंह पंवार ने आराध्य देव रावल देवता पर आधारित सुन्दर गीत सुनाया। रात्रि कौथिक के दौरान कार्यक्रम के संयोजक सुनील पवांर ने रावल देवता झाली देवी व कैन्तुरा राजवंश के सेनापति की कहानी सुनाई। और इसी कहनी पर आधारित सुन्दर नृत्य नाटिका की भी प्रस्तुती दी गई। भारी संख्या में पंहुची महिलाओं ने देर रात तक भजन व कीर्तन कर आराध्यदेव रावल देवता की भक्ति की।
वही दिवारा यात्रा समिति के संयोजक सुनील पंवार का कहना है कि आराध्य देव रावल देवता की दिवारा यात्रा का जैसे जैसे समय बीतता जा रहा है वैसे वैसे दिवारा यात्रा में भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है। भक्तों के इस भाव को देखते हुए आपार खुशी हो रही है। दिवारा यात्रा समिति के अध्यक्ष वृजमोहन सिंह पंवार का कहना है कि अभी तक की दिवारा यात्रा में बहुत आनन्द की अनुभूति हुई है। हर गांव में रावल देवता की दिवारायात्रा का भव्य स्वागत हुआ है।
सिमखोली गांव में प्रातःकालीन पूजा अर्चना के बाद पश्वाओं पर रावल देवता,लाटू देवता अवतरित हुऐ। और अपने भक्तों को आर्शीवाद दिया। इसके बाद रावल देवता फिर मौजांच के लिए भ्रमण पर निकले जहां उन्होंने प्रत्येक घर में जाकर भक्तों को आर्शीवाद दिया। रावल देवता को चोरखिण्डा बैंड तक विदा करने पंहुचे ग्रामीण भावुक हो गए वहीं रावल देवता ने सभी भक्तों को अपना शुभाशीष देकर सिनाउ गांव के प्रस्थान किया। रावल देवता सिनांउ ग्राम पंचायत भ्रमण के बाद गौचर क्षेत्र में भ्रमण का कार्यक्रम तय किया गया है। जिसके बाद वह बद्रीनाथ धाम की यात्रा के लिए प्रस्थान करेंगे।