*मुख्यमंत्री ने बैसाखी धार्मिक पर्यटन संस्कृतिक एवं विकास मेला का वर्चुअल किया संबोधन*

*कर्णप्रयाग के विकास के लिए सी एम ने की कई घोषणाये*

*मोदी जी के कार्यो में दिखती है बाबा साहब अम्बेडकर की छाप*

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर धामी ने कर्णप्रयाग में आयोजित बैसाखी धार्मिक पर्यटन सांस्कृतिक एवं विकास 2025 का संबोधन वर्चुअल माध्यम से कैम्प कार्यालय देहरादून से किया।
इस दौरान मां.मुख्यमंत्री ने कर्णप्रयाग में बन रही रेल लाइन के बारे में बताते हुए कहा कि इससे उत्तराखंड के दूर दराज क्षेत्रों को जोड़ा जा रहा साथ ही रोजगार, पर्यटन और सांस्कृतिक विरासतों का संरक्षण करने में मदद मिलेगी।मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार की एक जिला दो उत्पाद,लखपति दीदी, नयी पर्यटन नीति एवं कृषि से संबंधित योजनाओं का भी जिक्र करते हुए बताया कि इससे क्षेत्रवासियों को लाभान्वित किया जा रहा है।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कुछ घोषणाएँ भी की जिसमें कर्णप्रयाग में सरस्वती शिशु मन्दिर से बाजार की ओर पिण्डर नदी पर बाढ़ सुरक्षात्मक कार्य करवाए जाने। कर्णप्रयाग में बाजार के समीप एक पार्किंग का निर्माण किए जाने। नंदा देवी राजजात यात्रा को देखते हुए कनखुल टैक्सी स्टैण्ड के समीप बहुमंजिला पार्किंग का निर्माण किए जाने। शिमली में मोटर पुल के समीप पार्किंग का निर्माण किए जाने। राजकीय इंटर कॉलेज से सांकरीसेरा, पलेठी एवं पाडली तक सड़क का निर्माण कराए जाने की घोषणा की।

मुख्यमंत्री ने डॉ भीमराव अंबेडकर जयंती एवं वैशाखी पर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वो स्वयं सभी के मध्य उपस्थित होकर इस विशिष्ट मेले का साक्षी बनना चाहते थे, लेकिन पूर्व निर्धारित शासकीय व्यस्तताओं के कारण वर्चुअल माध्यम से ही जुड़ रहे हैं। उन्होंने कहा इस प्रकार के मेले क्षेत्र की आर्थिकी को मजबूत करने के साथ प्राचीन सांस्कृतिक विरासत को संजोए रखने का काम करते हैं। मेले हमारे समाज को जोड़ने के साथ ही लोक कलाकारों को एक सम्मानित मंच भी प्रदान करते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा राज्य सरकार आपदा पीड़ित परिवारों के साथ हर कदम पर खड़ी है। उन्होंने आपदा पीड़ित परिवारों के पुनर्वास के लिए अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार प्रदेश के चहुँमुखी विकास हेतु निरंतर कार्य कर रही है। चारधाम सड़क परियोजना, विभिन्न पर्वतीय नगरों को हेली सेवा से जोड़ना, सरकारी हेली एंबुलेंस की शुरुआत, एवं प्रदेश के कोने-कोने में शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क और पेयजल से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे कार्य तेजी से आगे बढ़े हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा राज्य सरकार विकास कार्यों के साथ प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने की दिशा में कार्य कर रही है। केदारनाथ धाम में करोड़ों की लागत से वृहद स्तर प पुनर्विकास के कार्य किए जा रहे हैं । बद्रीनाथ धाम में 424 करोड़ रूपए की लागत से मास्टर प्लान के अंतर्गत विकास कार्य करवाए जा रहे हैं। बाबा केदारनाथ धाम और हेमकुंड साहिब के लिए रोपवे निर्माण की भी स्वीकृति भारत सरकार से प्रदान हो गई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले वर्ष कर्णप्रयाग के नौटी गांव से मां नंदा देवी की राजजात यात्रा प्रारंभ होगी, जिसके लिए राज्य सरकार अभी से तैयारियों में जुट गई है। उन्होंने कहा इस बार की राजजात यात्रा को हम सब मिलकर और अधिक भव्य और दिव्य रूप में मनाएंगे। पहाड़ों से हो रहे पलायन को रोकने तथा स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए भी कई महत्वपूर्ण योजनाओं पर कार्य गतिमान है। एक जनपद-दो उत्पाद योजना, लखपति दीदी योजना के माध्यम से प्रदेश की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त एवं आत्मनिर्भर बनाने का कार्य जारी है। उन्होंने कहा राज्य में रोजगार के अवसर बढ़ रहे हैं, एवं पर्यटन और कृषि क्षेत्र में भी नई संभावनाओं के द्वार खुल रहे हैं।

कर्ण प्रयाग विधायक अनिल नौटियाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में उत्तराखण्ड विकास के पथ पर तेजी से बढ़ रहा है। राज्य में रोजगार के साथ स्वरोजगार के नए अवसरों को सृजन किया जा रहा है। वहीं दूरस्थ क्षेत्रों को सड़क मार्ग से जोड़ने के साथ ही शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य जन सुविधाओं का विकास किया जा रह है। उन्होंने कर्ण प्रयाग क्षेत्र के लिए मुख्यमंत्री की ओर से की घोषणाओं के लिए उनका आभार व्यक्त किया।

इस मौके पर कर्णप्रयाग जिला पंचायत प्रशासक श्रीमती रजनी भंडारी, नगर पालिका अध्यक्ष श्री गणेश शाह, भाजपा जिलाध्यक्ष गजपाल बर्तवाल, पूर्व काबिना मंत्री श्री राजेंद्र भंडारी, मंडल अध्यक्ष बृजेश बिष्ट, भाजपा नगर मंडल महामंत्री चेतन मनूडी, राजा चौहान, हरीश सती, जिलाधिकारी संदीप तिवारी आदि मौजूद थे।