महामहिम राज्यपाल और कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने ‘द बीटल्स एंड द गंगा फेस्टिवल_ 2023’ में किया प्रतिभाग

*योग, ध्यान, आध्यात्मिकता और संगीत का मेल जीवन को स्थिरता, शांति और समृद्धि प्रदान करता है: गवर्नर*

*संगीत, योग और संस्कृति का मेल पर्यटन को और चार चांद लगाएगा: कैबिनेट मंत्री*

उत्तराखंड के महामहिम राज्यपाल (Rtd लेफ्टिनेंट जनरल) गुरमीत सिंह जी और कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज जी द्वारा *द बीटल्स एंड द गंगा फेस्टिवल- 2023* के दूसरे दिन क्रमशः मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रतिभाग किया गया।

महामहिम राज्यपाल ने अपने संबोधन में कहा कि अध्यात्मिकता और संगीत का मेल जीवन को स्थिरता और शांति प्रदान करता है।

उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि इस देवभूमि में आकर बिटल्स संगीत को विश्व प्रसिद्ध मिली, साथ ही साथ बीटल्स और आध्यात्मिकता के मेल से इस क्षेत्र को भी विश्व प्रसिद्ध मिली।

कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने अपने संबोधन में कहा कि जो लोग बिटल्स और आध्यात्मिकता के बारे में और अधिक जानकारी पाना चाहते हैं उनको ऋषिकेश जरूर आना चाहिए।
उन्होंने कहा कि हमने पर्यटन के क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए अनेक सर्किट पर काम कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि हम प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से स्थानीय स्तर पर भी मोटे अनाज को भी बढ़ा दे रहे हैं तथा उत्तराखंड की बारहअनाजा संस्कृति भी इसी के अनुकूल है।

उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की भूमि में अनेक रोचक और जिज्ञासा के रहस्यमई स्थल हैं। जो दुनिया के लिए आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं।

कहा कि हमारी सरकार कनेक्टिविटी के क्षेत्र में फोकस कर रही है ताकि पर्यटकों के आवागमन में असुविधा न हो।

परमार्थ निकेतन प्रमुख स्वामी चिदानंद जी महाराज ने कहा कि बिटल्स ने इस क्षेत्र में आकर जब ध्यान लगाया तो इस संगीत को विश्व प्रसिद्ध मिली।
यह इस देव भूमि का ही प्रताप है कि जो भी यहां आता है वह अपने आप तो धन्य हो ही जाता है बल्कि वह दूसरे को धन्य करने में भी अपना योगदान देने में समर्थ हो जाता है। बीटल्स संगीत के साथ भी ऐसा ही हुआ है।

स्थानीय विधायक यमकेश्वर श्रीमती रेनू बिष्ट ने सभी अतिथियों और लोगों का स्वागत किया और धन्यवाद ज्ञापित किया।

इस दौरान फेस्टिवल में जिलाधिकारी गढ़वाल डॉ. आशीष चौहान, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे, मुख्य विकास अधिकारी अपूर्वा पांडेय, परमार्थ साध्वी सरस्वती जी सहित जनमानस उपस्थित था।